Tuesday , 17 December 2024
Home » Health » डंक » ततैया मक्खी भँवरे या ज़हरीले कीड़े के डंक का रामबाण इलाज।

ततैया मक्खी भँवरे या ज़हरीले कीड़े के डंक का रामबाण इलाज।

[ads4]

ततैया मक्खी भँवरे या ज़हरीले कीड़े के डंक का रामबाण इलाज।

Tataiya – Makhi – bhanwre – Zahreele keede ke dank ka ilaj.

अगर कभी भी ततैया या शहद की मक्खी या भंवरा या कोई भी ज़हरीला कीड़ा डंक मार जाये तो तुरंत नीचे दिए गए घरेलू उपाय करने चाहिए ये ज़हर को तो दूर करेंगे ही साथ ही काटी हुयी जगह पर कोई सोजिश भी नहीं आने देगा. तो आइये जानते हैं ये रामबाण उपाय.

जिस भी स्थान पर ततैया, मक्खी या भंवरा काट जाए तो उस स्थान पर तुरंत हो सके तो बर्फ रगड़ना शुरू कर दीजिये, इसके बाद कोई लोहे की चीज से ज़हर वाले स्थान को हलके हाथ से रगड़ें. और इसके बाद साथ में ये निम्नलिखित प्रयोग कर दीजिये, आपके शारीर पर कोई सोजिश या ज़हर नहीं फैलेगा…

निम्बू पानी.

जब भी कोई जीव काट जाए तो तुरंत ज़हर के अनुसार एक या दो निम्बू आधा गिलास पानी में निचोड़ कर साथ में काला या सेंध नमक मिला कर घूँट घूँट कर पी लीजिये, इस में चीनी नहीं मिलानी है.

चूना

जिस स्थान पर ज़हरीला जीव काट जाए तो तुरंत उस स्थान पर चूना हल्का गीला कर के लगा दीजिये तो कोई भी सोजिश नहीं आएगी.

छोटी पीपर.

जहाँ भी कोई ज़हरीला जीव काट जाए तो दंश के स्थान पर छोटी पीपर पानी के साथ लगाने से तुरंत आराम होता है।

तारपीन का तेल

ततैया ( बर्र, भंवरा, बरसाती कीट अथवा जहरीले कीड़ों ) के डंक पर तारपीन का तेल देने से दर्द कम होकर आराम मिलता है।

गेंदे के फूल.

गेंदे के फूल की पंखुड़ियां दस ग्राम तथा काली मिर्च पांच दाने पीसकर लेप करने से ततैया का जहर उतरकर पीड़ा और जलन दूर हो जाती है।

पीले ततैया के काटने पर विशेष

1. पीले ततैया के डंक मार देने पर पीले रंग के किसी पतले कपड़े को पानी में भिगोकर दंशित स्थान पर लगाने से राहत मिलती है।

2. पानी के साथ चम्म्च -दो चम्म्च सूखे धनिये के दाने चबाने से ततैया, भौंरे आदि के द्वारा काटने की जलन शांत होकर शीघ्र लाभ होता है। ततैया के डंक मरने से लाल-लाल सूजन, बहुत जलन, घोर पीड़ा, ज्वर और ददोरे, वमन जैसे उपद्रव होते है।

3. पीले ततैया कम जहरीले होते है। काले, बड़े सिरवाले तथा बिंदु वाले बहुत तेज जहर वाले होते है। काले भँवरे, बर्र और बिच्छु के काटने पर काली तुलसी के पत्तें को पीसकर, नमक मिलाकर, पीड़ित स्थान पर दो-तिन बार लगाने तथा तुलसी के पत्ते पीसकर जल में मिलाकर पिलाने से जलन, दर्द व सूजन दूर होती है।

3 comments

  1. Acha sujan hai

  2. Ma burn pationt hu ma face pa Kala dag ha who clean ho sakta ha

  3. This is very use full to daily working. Please send kamar dared

  4. Rajneesh Kumar Vimal

    सर जी सुर्किया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

DMCA.com Protection Status