Kali khansi ka ilaj, HomeRemedy for whopping cough. Kali khansi – Kukar khansi.
ये अनुभव श्री रामनारायण अग्रवाल जी का है जो मर्गोरिटा (आसाम) में रहते हैं, उन्होंने अपने पत्र द्वारा सूचित किया के उनके एरिया में काली खांसी एक संक्रामक रोग की तरह फैली थी उससे पीड़ित 35 बच्चों को इन्होने इस प्रयोग से सही किया। तो आइये जानते हैं ये प्रयोग।
इनके अनुसार भुनी फिटकरी 2 ग्रेन (एक चुटकी) और मिश्री 2 ग्रेन (एक चुटकी) दोनों को मिलाकर दिन में दो बार खिलाई, जिस से लगभग 35 बच्चों को काली खांसी में पूर्णत: तथा स्थायी लाभ हुआ, चूँकि हमारे यहाँ बच्चों में काली खांसी एक से दूसरे को संक्रामक रोग की भाँती होती गयी।”
विशेष।
ये प्रयोग पांच दिन तक करें। आवश्यकता पड़ने पर एक दो दिन बढ़ाये जा सकते हैं। बड़ो को इसकी खुराक दोगुनी दें। और यदि बिना पानी के ना ले सकें तो एक दो घूँट गर्म पानी ऊपर से मिलाएं। इस प्रयोग से कैसी भी और कितनी भी पुरानी खांसी हो वो सही हो जाती है।
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फिटकरी का फुला बनाने की विधि।
आयुर्वेद में फिटकरी से बहुत सारे रोगों का निदान किया जाता है। इसको पानी में घोलकर या इसको सेंक कर इसका फूला बना कर इसका उपयोग किया जाता है। आइये जाने इसके फूला चूर्ण बनाने की विधि।
फिटकरी को पीसकर लोहे की कड़ाही में या तवे पर रखकर आग पर चढ़ा दे। फूलकर पानी हो जाएगी। जब सब फिटकरी पानी होकर नीचे की तरफ से खुश्क होने लगे तब उसी समय आंच तनिक कम करके किसी छुरी आदि से उल्टा दे। अब फिर दोबारा आंच थोड़ी तेज करे तांकि इस तरफ भी नीचे से खुश्क होने लगे। फिर इस खुश्क फूली फिटकरी का चूर्ण बनाकर रख ले। इस तरह फिटकरी का कई रोगो में सफलतापूर्वक बिना किसी हानि के में व्यवहार में लायी जाती हैं।
Main bahut jaldi thak jata hu
Saans foolne lagta h
Koi ilaj btaye plz
yeh fitkari aur mishri wala cough ka illaj aise marij ke liye sahi hoga kya jinka heart ka valve badla ja chuka ho
लेनी किस तरह से है
लेनी किस तरह से है और कब खाली पेट या खाने के बाद