अपने दांतों को बनाये स्वस्थ और मजबूत इन अचूक उपायों से –
परिचय –
पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होने से दांत खट्टे ,दिखने में बहुत भद्दे और कीड़े लगना व टूटना शुरू हो जाते है
मसुडो में पानी आना ,मसूड़े सड़ना व दांतों में कीड़े लगना आदि रोग हो जाते है नियमित ब्रश नही करना व मुंह
को कुल्ला नही करना भी दांतों की बीमारी का कारण होता है
कुछ आयुर्वेदिक उपचार के माध्यम से हम अपने दांतों को स्वस्थ व चमकदार बना सकते है इन्हें अपनाये .
1.- दांत दर्द –
दवा —- पंच गुण तेल से रुई भिगो दांतों पर लगाये ,जल्दी ही आराम मिलेगा .
2.- दांत -दाढ़ दर्द के लिए –
दवा —- काकडासिंगी 10 ग्राम ,छोटी पीपल 10 ग्राम ,खाने का सोडा 5 ग्राम सभी को पीसकर रख ले और और जंहा
पर दर्द हो वहा पर मले और लार टपकते रहे 5-10 मिनट बाद गरम पानी के साथ कुल्ला करे .
3.- दांतों में ठंडा-गरम पानी लगना –
दवा —- शुद्ध फिटकरी 5 ग्राम ,शुद्ध सुहागा 5 ग्राम ,शुद्ध गेरू 5 ग्राम ,त्रिफला चूर्ण 5 ग्राम ,मांजू फल 5 ग्राम सभी को
कूट -पीसकर चूर्ण बना ले और यह मंजन की तरह सुबह शाम प्रयोग करे और पानी में घोलकर उस पानी से कुल्ला करे .
4.- दांतों में दर्द ,ठंडा-गर्म पानी लगना ,दांतों में इंफेक्शन –
दवा —- काला जीरी और कुटकी बराबर -बराबर लेकर कूट-पिस कर रख ले और इन्हें 250 mg की मात्रा में केप्सूल
में भरकर या वेसे ही खाली पेट दिन में एक बार थोड़े से पानी के साथ ले और एक घंटे तक कुछ भी ना ले .
5.- दांतों में कीड़ा लगना ,दांत में गड्ढा होना ,पस होना ,ठंडा -गरम पानी लगना –
दवा —- (क) स्फटिक कच्ची 10 ग्राम ,वायविडंग 10 ग्राम ,कूट-पिस 3 लिटर पानी में उबाले .एक लिटर शेष रहने
पर छानकर रख ले .इसी जल से आधे -आधे घंटे पर दिन में 4-5 बार कुल्ला कराएं ठीक हो जाने पर दिन में दो बार
कुल्ला कराए पहले दिन से ही आराम आ जायेगा .
(ख) दांतों के सभी रोगों के लिए मंजन –
अकरकरा ,मांजुफल ,समुंद्रशोष (बीज) ,नीम पत्र चूर्ण ये चारो 20-20 ग्राम शुद्ध फिटकरी ,देशी कपूर दोनों 10-10 ग्राम
और लोंग तेल 10 ml .सभी को कूट पीसकर रख ले और दांतों के मंजन के रूप में इस्तमाल करे .बहुत लाभ होगा .
6.- दांत में छेद या सुराख़ के कारण दर्द होना –
दवा —- सफेद फिटकरी का फुला 50 ग्राम ,अकरकरा 10 ग्राम ,कपूर गोल टिक्की वाला 2 नग ,सबको पीसकर रख ले
और चने के बराबर यह चूर्ण ले उसमे एक बूंद सरसों तेल मिलाकर अंगुलियों से गोली बना ले .यही गोली खाली दांत में
भर ले इसे लगाते ही दांतों में आराम होना शुरू हो जायेगा ऐसा 2-3 दिनों तक करे .
7.- दांतों में पानी और खून आना –
दवा —- (क) सुदर्शन पोधे का तना 2 इंच ले ,इसे छोटे -छोटे टुकड़े कर 200 ग्राम पानी में चने के बराबर कच्ची
फिटकरी डाल कर उबाले इस पानी से रोगी को सुबह व रात को कुल्ले कराए और साथ में मंजन करे .
8.- दांत दर्द ,सक्रमण ,कुछ भी ना चबा पाना ,पस आना ,मसूड़े फूलना –
दवा —- बरगद (बड ) की टहनी की दातुन करे ,इससे पन्द्रह मिनट में आराम होगा .
9.- पायरिया के लिए –
दवा —- धतूरे की जड की भस्म 100 ग्राम ,त्रिफला 100 ग्राम ,गाय के गोबर की राख 100 ग्राम ,गेरू 250 ग्राम ,
शुद्ध फिटकरी 50 ग्राम ,शुद्ध चोकिया सुहागा 50 ग्राम ,नीम की पत्तियों का पाउडर 50 ग्राम ,मेथी दाना 50 ग्राम ,
सेंधा नमक 50 ग्राम ,काली मिर्च 20 ग्राम ,अकरकरा 20 ग्राम ,कपूर 10 ग्राम ,पिपरमेंट 2.5 ग्राम ले .
इनको कूट पीसकर रख ले और सुबह -रात को अंगुली से दांतों पर 5-7 मिनट तक मलने के बाद लार टपकाते रहे
और 5 मिनट बाद कुल्ला करे अनुभूत योग है .
(ख) घरेलू हल्दी ,कालीमिर्च ,मेथी ,सेंधा नमक ,शुद्ध फिटकरी ,समुंद्र फेन ,मांजुफल ,गेरू ,सभी 50-50 ग्राम ,लोंग
10 ग्राम लेकर कूट पीसकर चूर्ण बनाकर उपयोग में ले लाभ होगा .
(ग) गंधक रसायन ,आरोग्य व्र्ध्नी वटी दिन में दो बार दो -दो पानी के साथ दे ,
10 .- दांतों में कीड़े –
दवा —- इरिमेदादी तेल रुई के फोए पर लगाकर उसे दांतों में रखे कुछ दिनों में कीड़े मर जायेगे .