Saturday , 27 July 2024
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दग्ध-व्रण (जले हुए घाव )के लिए अनुभूत चिकित्सा -प्रयोग में ले और अनुभव करे

दग्ध-व्रण (जले हुए घाव )के लिए अनुभूत चिकित्सा -प्रयोग में ले और अनुभव करे

कभी कभी किसी अनहोनी के कारण हम लोग आग ,गर्म पानी ,गर्म चाय ,घी ,गर्म तेल आदि से जल जाने

से घाव या फफोले पड़ जाते हे और जलन बहुत होती है .छोटे बच्चों में ये बहुत ही कष्ट प्रद होता है वो जलन

सहन नही कर सकते  है .हम आपको इस पोस्ट में ऐसे घरेलू नुस्खे लिख रहे जो बहुत लाभदायक है

1.- आग से जलने पर -1

विधि —- रतनजोत को कूट पीसकर छान ले और नारियल तेल इतना मिलाये की पतला मलहम सा बन जाये

इस मलहम को जले हुए पर लगाये .लगाते ही ठन्डक पड़ जाती है .जब तक घाव न भरे लगाते रहे .

2 .-आग से जलने पर -2

विधि —- सफेद राल 40 ग्राम ,कत्था 10 ग्राम ,कमीला 5 ग्राम ,कपूर 5 ग्राम सभी को पीसकर कपड छान कर

ले इन सब में अलसी का तेल इतना मिलाये की यह मलहम बन जाये .अब इस मलहम को पीतल की थाली

में रखकर 50 बार पानी से धो ले और सीसी में रख ले ,आग से जले हुए फोड़े को फोड़कर उसपे वो मलहम

लगाये यह 7 दिनों में ही घाव को सुखा देती है .

3.-आग से जलने पर -3

विधि —- सरसों तेल 100 ग्राम ,नीम के ताजा पत्ते 100 ग्राम ,मोमबत्ती 1 नग ,मुश्क कपूर 10 ग्राम

सिंदूर 10 ग्राम ,नीम के पत्तो को पीसकर छोटी -छोटी पकोड़ी बनकर रख दे ,तेल को आग पर रखे .अच्छी प्रकार

गर्म होने पर उसमे नीम की पकोड़ी को डाले जब ये जल जाये तब उतार ले और इस तेल को चन ले .अब तेल को

वापिस अग्नि पर चढ़ा दे .और इसमें मोमबती डाल दे .जब मोमबत्ती पिघल जाये तब निचे उतारकर जब तेल

गुनगुना रे उसमे सिंदूर और कपूर डालकर चमचे से हिलाते रहे यह मलहम बन जाएगी .इसे रख ले और

रयोग में लेने से जले हुए के छाले नही पड़ेगे .

4 .-जलने पर -4

विधि —- कली चुना 250 ग्राम ,राल 200 ग्राम  .नीला तूतिया 10  ग्राम ,सिंदूर  20 ग्राम ,मुर्दाशंख 50 ग्राम

मुश्क कपूर 50 ग्राम ,मोम 50 ग्राम ,तिल तेल 1 किलो ,.

चुने को 5 किलो पानी में 24 घंटे के लिए भिगो दे .बाद में ऊपर से पानी  निथारकर रख ले .फिर 24 घंटे बाद

निथारकर रख ले और अब तिल का तेल किसी चोडे बर्तन में रख ले और उसमे चुने वाला पानी दोनों हाथो की

हथेलिया से फटते रहे .यह गाढ़ी लई बन जाएगी इसके उपर बाकि की बची ओषधि के चूर्ण को बुरका दे और

मोम गर्म करके मिल दे .यह पतला लेप बन जायेगा .इस लेप को जले हुए पर लगाने से बहुत आराम मिलता है .

5.- तेल से जलने पर –

विधि —- सूखी मेहदी पाउडर 100 ग्राम ,भांग सूखी का चूर्ण 50 ग्राम ,सरसों तेल 300 ग्राम .इसका लेप तेयार

कर इसे जले हुए पर लगाये बहुत लाभ होगा .

6 .- पेट्रोल से जला घाव –

विधि —- नीम की सूखी छाल को पीसकर चूर्ण कर ले ,इस पाउडर  को मिटटी के पात्र में डालकर उसमे दही

मिलाकर मलहम बना ले इस मलहम को घाव पर लगाने से बहुत लाभ होता है

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