आधुनिक जीवन शैली में स्वस्थ रहने के लिए ज़रूरी हैं ये टेस्ट।
आज कल की जीवन शैली में कुछ पता ही नहीं चलता के कब कौन सा रोग घेर ले। हम जितना भी सावधानी रखें खाने पीने में, मगर जो ज़हर कीटनाशको और यूरिया के नाम पर हमारे खाने में घोला जा रहा है और उस पर सोने पे सुहाग हमारी आलसी दिनचर्या। ये सब हमको बीमार – बहुत बीमार बनाने के लिए काफी है।
ऐसे में अगर हम कुछ टेस्ट निरंतर करवाएं तो अपनी सेहत का पूरा चार्ट रखा जा सकता है।
Ecg टेस्ट
आज कल जो हम खा रहे है वो सेहत के हिसाब से बहुत बढ़िया नहीं है, इसी कारण आज कल छोटी छोटी उम्र में हार्ट अटैक का खतरा या हार्ट रिलेटेड प्रॉब्लम स्टार्ट हो रहे हैं, इसलिए ३० के बाद ecg भी नियमित करवानी चाहिए, जिस से पता चल सके के हार्ट में कोई समस्या तो नहीं।
ट्रेड मिल टेस्ट
कई बार ecg से हार्ट की बीमारी डायगनोस नहीं हो पाती, इसके लिए आप ट्रेड मिल टेस्ट भी करवा सकते हैं।
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट।
30 के बाद लिपिड प्रोफाइल ज़रूर टेस्ट करवाना चाहिए, इस से ट्राइग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल का पता चलता है, ये भी बहुत ज़रूरी हो गया है, बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल या ट्राइग्लिसराइड हार्ट और किडनी की अनेक समस्याओं का कारण बनता है। और ये आज कल की अनेक बिमारियों का कारण बन रहा है।
ब्लड प्रेशर।
30 के बाद ब्लड प्रेशर रेगुलर चेक करवाना चाहिए, बढ़ा हुआ बी पी किडनी, हार्ट और ब्रेन के लिए खतरनाक हो सकता है।
ब्लड शुगर।
30 के बाद ब्लड शुगर की नियमित जांच करवाते रहना चाहिए। बढ़ी हुई शुगर आपको डायबिटीज का मरीज बना सकती है और ये किडनी फेलियर का आज एक बड़ा कारण बन रही है।
क्रिएटिनिन और यूरिया टेस्ट।
आज कल किडनी की समस्या बहुत विकराल रूप धारण कर रही है, कम पानी पीना, पेशाब रोकना, डायबिटीज, शराब पीना या ऐसी अनेक बुरी आदतों के कारण क्रिएटिनिन और यूरिया का बढ़ना एक आम समस्या है। अगर इसका समय पर इलाज न किया जाए तो ये किडनी को फेल कर सकती हैं। इसलिए ये बहुत ज़रूरी है।
हड्डियों की जांच।
ऑस्टियोपोरोसिस एक बड़ी समस्या बन रहा है, जिसमे हड्डियों में कैल्शियम की कमी हो कर ये खोखली हो जाती हैं, 30 की उम्र के बाद हर साल या 6 महीने में एक बार ये टेस्ट भी ज़रूर करवा लेना चाहिए। इसके लिए आप डेक्सा स्कैन या बोन डेन्सिटी टेस्ट करवा सकते हैं।
थाइरोइड टेस्ट।
थाइरोइड भी आज कल की आधुनिक जीवन का एक असाध्य रोग बन गया हैं, ये टेस्ट भी ज़रूर करवा लेना चाहिए, अगर आपको हमेशा थकान, या बेवजह बढ़ रहा मोटापा, कांस्टीपेशन या शरीर में असामान्य बदलाव दिखे तो ये थाइरोइड के कारण हो सकता है।
आँखों का टेस्ट
आज कल ज़्यादातर काम कंप्यूटराइज्ड हो गए हैं, जिस कारण नज़र कम होना एक आम समस्या है, अगर समय पर इसका ध्यान न दिया जाए तो ये सिर दर्द का एक बड़ा कारण बन सकता है।
अगर आप इन सब रोगों से बचना चाहते है तो अपनी दिनचर्या को बदलिये। ज़रूर क्लिक कर के पढ़े हमारा ये नीचे दिया गया लेख।
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