निम्न रक्तचाप (लो बी.पी.)के लिए अनुभवी आयुर्वेदिक नुस्खे -जरुर आजमाएं
निम्न रक्तचाप उच्च रक्त चाप से भी अधिक खतरनाक है निम्न रक्तचाप में शरीर के विभिन्न नाडीयो को खून अच्छी तरह नही पंहुच पाता है .इसी कारण से नाडीयो की कार्य क्षमता घट जाती है
निम्न रक्तचाप कई कारणों से होता है ,जेसे – ह्रदय पर आघात लगने से ,अधिक कमजोरी से ,मानसिक आघात या मानसिक तनाव ,रक्त की कमी से या रक्तप्रदर अथवा खुनी बवासीर से अधिक खून निकल आना .
1 .- निम्न रक्तचाप में लाभ –
विधि —- ऐसा रोगी जिसकी नाडी पकड़ में न आ रही हो ,उहके मुख में प्रवाल भस्म 1-2 रती डाल ऊपर से 1-2
चम्मच पानी पिला दे .पहली मात्रा देने के 5 मिनट बाद दूसरी खुराक दे .इन दो खुराको से लुप्त हुई नाडी चलनी
शुरू हो जाएगी .
2 .- निम्न रक्तचाप –
विधि —- विषमुष्टयादी वटी (बेध.) 1-1 गोली भोजन के बाद निगल ले .10 -15 दिनों में निम्न रक्तचाप
ठीक हो जायेगा .
3.- निम्न रक्तचाप –
विधि —- सोंठ 10 ग्राम ,लहसुन 10 ग्राम ,पानी 500 ग्राम .इन सबका क्वाथ बनाकर 100 ग्राम रहने पर पिए .
4 .- निम्न रक्तचाप –
विधि —- किशमिश 20 दाने रात को थोड़े से पानी में भिगोकर रख दे .सुबह उठकर खाली पेट किशमिश चबा
ले .ऊपर से जो पानी बचा है .उसे पी ले एक घंटे तक कुछ न ले .
5 .- निम्न रक्त चाप –
विधि —- शुद्ध कुचला ,लोह भस्म ,शुद्ध शिलाजीत सभी 50-50 ग्राम लेकर पानी के साथ घोट कर डेड -डेड
रती की गोलिया बना ले और 1-1 गोली सुबह शाम दूध या पानी से दे लाभ होगा .