बढती हुई धड़कन को सामान्य कर देगा गाजर का यह हृदय शान्ति प्रयोग. gajar ke fayde, carrot for heart in hindi, benefit of carrot, bp ke liye gajar, natural treatment of blood prssure
आज हम आपको Only Ayurved में हृदय के कुछ विशेष रोग जैसे बढ़ी हुई धड़कन arrhythmia को सामान्य करने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने, हृदय को शक्ति देने, ब्लड प्रेशर को कम करने के बारे में बहुत ही सरल और प्रभावकारी नुस्खा बताने जा रहें हैं. आइये जाने ये प्रयोग. Benefit of Carrot, Carrot for heart, natural treatment of blood pressure
गाजर में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जैसे बीटा कैरोटिन, लायकोपीन, ल्युटीन, जियाजेनथीन, विटामिन सी पाए जाते हैं. ये एंटी ऑक्सीडेंट निमिन्लिखित कार्य करते हैं. Benefit of Carrot, Carrot for heart, natural treatment of blood pressure
- ये एंटी ऑक्सीडेंट हमारे हृदय और शरीर के अन्य अंगों को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचा कर ओक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करते हैं. जिस से हमारी रक्त वाहिनियों में रक्त का संचारण सुचारू रूप से होता है.
- कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करते हैं.
- बाइल जो के लीवर में बनता है उसके उत्पादन को बढाते हैं, जिससे हमारी आंते वसा(फैट) का आसानी से पाचन कर सकती हैं. जिससे शरीर में फैट की मात्रा नहीं बढती.
आइये अब जानते हैं हृदय के लिए गाजर के ये विशेष प्रयोग. Benefit of Carrot, Carrot for heart, natural treatment of blood pressure
- 5 गाजरे लीजिये, इनको कोयले के अंगारों पर पकाएं, पकाने के बाद थोड़ी ठंडी कर लीजिये और इसको कद्दूकस कर लीजिये. अभी इन गाजरों में केवड़ा या गुलाब अर्क मिला कर साथ में मिश्री मिला कर खाइए. और अगर पका नहीं सकते तो गाजरे छीलकर रात भर बाहर औस में रखी रहने दीजिये. प्रातः काल इन गाजरों को कद्दूकस करके केवड़ा या गुलाब अर्क तथा मिश्री मिलाकर खाने से हृदय की धड़कन सामान्य हो जाती है. Benefit of Carrot, Carrot for heart, natural treatment of blood pressure
- गाजर को कद्दूकस कर लीजिये, अब इनको दूध में उबाल लीजिये, जब गाजर गल जाए तो शक्कर मिलाकर खाने से हृदय को शक्ति मिलती है. Benefit of Carrot, Carrot for heart, natural treatment of blood pressure
- गाजर को कद्दूकस करा दूध में उबालकर खीर की तरह खाने से हृदय को ताक़त मिलती है, खून की कमी मिटती है.
- गाजरों को साफ़ करके छोटे छोटे टुकड़े करके शहद मिले जल में उबाले, जब गाजर कुछ नरम हो जाए तो निकालकर कपडे पर फैलाकर कुछ शुष्क कर लें, फिर केवल शहद में उबालकर एकतार चाशनी बनायें और बर्तन में रखें, इसके एक किलोग्राम मुरब्बे में 1 से 2 ग्राम दालचीनी, सौंठ, इलायची, केशर, कस्तूरी, तथा जायफल डाल दें. 40 दिन बाद इस मुरब्बे का सेवन 20 से 40 ग्राम तक करें. यह मुरब्बा दिल की कमजोरी और उन्माद के लिए अति उत्तम है. यह मुरब्बा अत्यंत कामोत्तेजक है और ये जलोदर में भी लाभदायक है. (अगर आप ये नहीं बना सकते तो आप को ये हमारी टीम के मेम्बर बना कर भिजवा देंगे. इसके लिए आपको पहले उनको पेमेंट करनी होगी यह आपको शुद्धता की कसोटी पर खरा मिल जायेगा, इसकी कीमत 1000 रुपैये किलो और कूरियर के 200 रुपैये अलग से – 8005648255, 8290706173)