अब ह्रदय को बीमारियों से दिलाये छुटकारा अपनाएं ये उपाय
परिचय –
ह्र्द्यघात वेसे तो किसी को भी हो सकता है ,परन्तु अधिकतर ये पुरुषो में होता है ,एकाएक साइन में तेज दर्द
होता हे एंव साइन के निचले हिस्से में यह दर्द मालूम पड़ता है .जेसे ही दर्द होता है तो रोगी सीने पर हाथ
रखकर एकाएक खड़ा हो जाता है
रोगी को छाती के बाई और रह-रह कर चिसे उठती है ,ऐसा लगता है की वंहा पर बिच्छु या ततेया बार -बार डंक
मार रहा हो .
रोग -ह्रदय रोग
दवा —-बसंत कुसुमाकर रस 1 गोली सुबह-शाम अर्जुन की छाल के क्वाथ से दे .
रोग -ह्रदय में होने वाला दर्द
दवा —- अर्जुनारिष्ट 20 ग्राम ,बराबर पानी मिलाकर एक- एक घंटे बाद देते रहने से ह्रदय का दर्द ठीक हो जाता है ,
दवा —- अर्जुन की छाल का चूर्ण 3 ग्राम सुबह दूध के संग दे
रोग -ह्रदय में सुजन ,ह्रदय का फेलना
दवा —- स्वर्ण नवरत्न 1 रती सुबह-शाम चाय के साथ दे ,
ह्रदय में सुजन ,ह्रदय फेलने में यह बहुत अच्छा काम करती है वायु पर शीघ्र काबू पाकर ह्रदय की किर्या को
सुधारती है
रोग -ह्रदय -प्रदेश में सुजन
दवा —- अर्जुन छाल 25 ग्राम ,गुड 10 ग्राम ,दूध 200 ग्राम
तीनो को अच्छी प्रकार उबालकर रात को सोते समय पिए अवश्य लाभ होगा .
रोग -ह्रदय की ब्लोकेज खोलने व रक्तचाप कम करने हेतु
दवा —- गुडहल के ताजा फुल 100 ग्राम ,मिश्री 100 ग्राम ,पहले एक जार में फूलों की तह लगाये इसके बाद मिश्री रखे
फिर फूलों की तह रखे इसी प्रकार तह पर तह लगा दे और दिन में धुप में तथा रात को घर में रखे और एक महीने
बाद ये गुलकंद बन जायेगा
एक -एक चम्मच यह गुलकंद खाकर ऊपर से गुनगुना दूध पी ले इससे ह्रदय का कोइसा भी रोग हो बहुत लाभाकरी है .
रोग – ह्रदय की व्याकुलता
दवा —- मुक्ता शुक्ति भस्म 2 रती ,अर्जुन छाल चूर्ण 1 ग्राम यह एक समय की मात्रा है ऐसे सुबह शाम शहद के साथ
चाटे और ऊपर से गाय का दूध ले ,इससे बहुत लाभ होगा .
रोग – ह्रदय की धडकन एकाएक तेज होने पर
दवा —- मोती पिष्टी 1 रती अनार के रस में शहद मिलाकर उसके साथ देने से दिल की बढ़ी हुई धडकन में लाभ होगा
रोग – ह्रदय शोथ
दवा —- ह्र्दयाणव रस 1 रती ,अर्जुन छाल चूर्ण 1 ग्राम ये एक समय की मात्रा हे ऐसी सुबह शाम ताजा पानी के
साथ दे शहद के साथ नही दे .अनुभवी है
रोग – ह्रदय बेठा व घबरा रहा हो ,हाथ पैर ठंडे हो
दवा —- लहसुन की 4-5 कलियाँ कतर कर थोड़े से पानी के साथ निगल जाये .थोड़ी समय में आराम आ जायेगा .
रोग – दिल बेठना ,ह्रदय व नाडी की गति मंद होना
दवा —- जवाहर मोहरा 5 ग्राम ,मोतिपिष्टि 5 ग्राम ,अकिक पिष्टी 5 ग्राम ,मर्गश्रंग भस्म 10 ग्राम ,अर्जुन छाल
चूर्ण 15 ग्राम सभी को खरल में घोट मिला ले और केप्सूल में भर ले और 1-1 केप्सूल सुबह-शाम दूध या पानी के संग दे
रोग – भयंकर ह्रदय रोग
दवा —- ह्रदय रत्नाकर 1 गोली को अर्जुन छाल का क्वाथ 25 ग्राम ,शहद 10 ग्राम ,दोनों को मिला उसके साथ
सुबह-शाम सेवन कराए बहुत ही लाभकारी है