Thursday , 21 November 2024
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घिया (लोकी ) के अनमोल फायदे क्या आप जानते हे

घिया (लोकी ) के अनमोल फायदे क्या आप जानते हे

अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो लौकी खाना बिल्कुल पसंद नहीं करते, तो लौकी के यह बेशकीमती फायदे जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। इन्हें जानने के बाद आप लौकी खाना जरूर पसंद करें। जरा पढ़कर देखिए, घिया के अनमोल फायदे –
1 ताजगी – लौकी को हल्की सब्जियों में गिना जाता है। इसे खाने से पेट में भारीपन नहीं रहता, बल्कि यह शरीर में ताजगी बनाए रखने में सहायक है। प्रतिदिन तरोताजा बने रहने के लिए, नमक या मसाले डालकर लौकी का जूस पीना कारगर उपाय है
 
2 वजन कम – लौकी का सबसे बड़ा फायदा है, कि यह आपका वजन बहुत जल्दी कम करने में सहायक होती है। इसलिए इसे उबालकर नमक के साथ खाया जाता है, या फिर इसका जूस पिया जाता है।
 
3 पाचन – लौकी पाचन संबंधी समस्याओं का उत्तम इलाज है, साथ ही यह एसिडिटी में भी लाभप्रद है। लौकी को अपने भोजन में शामिल करने से पाचन क्रिया को बेहतर किया जा सकता है।
 
4 डाइबि‍टीज – डाइबिटीज के मरीजों के लिए लौकी का सेवन एक प्रभावकारी उपाय है। डाइबि‍टीज में खाली पेट लौकी का सेवन करना बेहतर होगा। आप चाहें तो लौकी का जूस पी सकते हैं।
 
5 यूरिनरी डिसऑर्डर – यूरिनरी डिऑर्डर अर्थात मूत्र संबंधी समस्याओं में भी लौकी बेहतर कारगर उपाय है। यह शरीर में सोडियम की अधि‍कता को कम करने में सहायक है, जो यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है।
 
6 नैचुरल ग्लो – लौकी का प्रतिदिन सेवन करने से त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है, और वह आकर्षक दिखाई देती है। कई महिलाएं व युवतियां इसके लिए लौकी का प्रयोग करती हैं।
7 कोलेस्ट्रॉल – लौकी को भोजन में शामिल करने से हानिकारक कोलेस्ट्रॉल बहुत आसानी से धीरे- धीरे कम होने लगता है, जिससे हृदय संबंधी या कोलेस्ट्रॉल से होने वाली अन्य समस्याएं नहीं होती। इसके लिए लौकी का जूस एक आदर्श पेय माना जाता है।
 
8 लौकी में भरपूर मात्रा में डायट्री फायबर, विटामिन- ए, विटामिन -सी, थायमिन, राइबोफ्लेविन, विटामिन- बी3, बी6, मिनरल्स, कैल्श‍ियम, आयरन, मैग्नीशि‍यम, फास्फोरस, पोटेशि‍यम, सोडियम और जिंक पाया जाता है, जो आपको स्वस्थ बनाए रखता है।
 
9 पैरों के तलुवों की जलन: लौकी को काटकर पैर के तलुवों पर मलने से पैर की गर्मी (जलन) निकल जाती है।
 
10 दांत दर्द: लौकी 75 ग्राम और लहसुन 20 ग्राम दोनों को पीसकर एक किलो पानी में उबालें जब आधा पानी रह जाये तो छानकर कुल्ला करने से दांत दर्द दूर होता है।
 
11 पीलिया: लौकी को धीमी आग में दबाकर भुर्ता-सा बना लें फिर इसका रस निचोड़कर थोड़ा सा मिश्री मिलाकर पीयें यह लीवर की बीमारी और पेट के अन्य रोगों के लिए लाभदायक है।
 
12 खांसी: लौकी की गिरी खाने से कफज-खांसी दूर हो जाती है।
 
13 बवासीर (अर्श): लौकी या तुरई के पत्तों को पीसकर बवासीर के मस्सों पर लगाने से मस्से खत्म हो जाते हैं।
लौकी के छिलके को छाया में सुखाकर पीसकर रख लें और 1 चम्मच प्रतिदिन सुबह-शाम ठण्डे पानी के साथ फंकी लें। इसकी फंकी 7-8 दिन तक लेने से बवासीर में खून का आना बंद हो जाता है।
 
14 लू का लगना: घीया के टुकड़ों से पैरों के तलुवों पर मालिश करने से लू के कारण होने वाली जलन खत्म हो जाती है।
 
15 नकसीर: लौकी को उबालकर खाने से नकसीर (नाक से खून बहना) में आराम आता है।
 
16 मूत्ररोग: लौकी का रस 10 मिलीलीटर, कलमी शोरा 2 ग्राम, मिश्री 20 ग्राम सबको 250 मिलीलीटर पानी में मिलाकर दिन में दो बार सुबह-शाम लें।
 
17 गठिया रोग: कच्चे लौकी को काटकर उसकी लुगदी बनाकर घुटनों पर रखकर कपड़े से बांध लेना चाहिए। इससे घुटने का दर्द दूर हो जायेगा।
 
18 चेहरे की झांई: लौकी के ताजे छिलके को पीसकर चेहरे पर लेप करने से चेहरा सुन्दर हो जाता है।

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