कान के रोगों से बचने के लिए
आएं जाने एक ऐसी आसान सी विधि जो की आपके कान क लिए है बहोत ही फायदेमंद है, जिसके करने से आप अपने कानो को स्वस्थ बनाए रख सकते है। सप्ताह में एक बार भी इसका प्रयोग करें तो आपके के कान में कभी तकलीफ नहीं होगी।
विधि
भोजन करने से पहले कान में हल्का सुहाता गर्म सरसों के तेल की दो-चार बुँदे डालकर खाना खाये। कान में कभी तकलीफ नहीं होगी। कानो में तेल डालने से अंदर का मैल उगलकर बाहर आ जाता है। यदि सप्ताह-पंद्रह दिन में एक बार दो-चार बुँदे डाला जाए, तो बहरेपन का भय नहीं रहता, दांत भी मजबूत होंगे।
विशेष
1.यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन कानो में गुनगुना सरसों का तेल डालकर कुछ विश्राम करता है तो उसके शरीर पर वृध्दावस्था के लक्षण शीघ्र उतपन्न प्रतीत नहीं होते। गर्दन के अकड़ जाने का रोग उतपन्न नहीं होता और न ही बहरापन होता है। नेत्र ज्योति बढ़ती है और आँखें नहीं दुखती।
2. 25 ग्राम सरसों के तेल में लहसुन की दो फांके छीलकर डाल दें और इस तेल को छानकर, कोसा गर्म सप्ताह में यदि एक बार कान में डाल दिया जाय तो श्रवण शक्ति तेज होगी तथा कान निरोग बने रहेंगे। इस लहसुन के तेल को थोड़ा गर्म करके कान में डालने से खुस्की भी दूर होती है और छोटा-मोटा घाव भी सुख जाता है।
3. कान और नाक के छिद्रों में ऊगली या तिनका डालने से उनमे घाव होने या सक्रमण पहुंचने का भय रहता है। अत: कान व नाक रोगों से बचाव के लिए उनमे ऊँगली या तिनका नहीं डालना चाहिए।