तेलीय त्वचा के लिए गुणकारी बेसन-हल्दी का उबटन
आएं जाने एक प्रभावशाली घरेलू उबटन के बारे में जिससे त्वचा साफ़, रेशम-सी, मक्खन-सी मुलायम और चमकदार हो जाएगी और चेहरे की रंगत निखर उठेगी। बेसन और हल्दी के इस उबटन को चेहरे पर लगाने से चेहरे की झाईयां, दाग, झुर्रियां और कालिमा दूर होती है और चेहरे के अनावष्यक बाल झड़ जाते है।
विधि
60 ग्राम ( लगभग 16 चम्म्च ) बेसन और आधा चम्म्च पीसी हुई हल्दी में थोड़ा कच्चा दूध ( या पानी ) मिलाकर गाढ़ा घोल बना लें और चौथाई चम्म्च या 7-10 बून्द सरसों का तेल या जैतून का तेल मिलाकर इतना फेटे की गाढ़ा लेप बन जाय। इस उबटन को चेहरे, गर्दन, बांहों, हाथ-पैर, कोहनियों-घुटनो आदि पर लेप करें। लेप करने के पांच-दस मिंट बाद जब लेप सूखने लगे तो हथेलियों के दबाव से मसल-मसल कर छुड़ा लें। उबटन मेल के साथ बत्तियों के रूप में छूट जायेगा। अब थोड़ी देर बाद गुनगुने पानी से अंगों को धो डालें या स्नान कर लें और तोलिये से सुखा लें।
विशेष
1. उबटन स्नान से आधा घंटे पहले करना अच्छा रहता है या फिर रात्रि सोने से पहले।
2. इसे दो-तिन दिन लगातार करने के पश्चात हर दूसरे-तीसरे दिन छ: बार और फिर महीने में चार बार अवश्य करें। शीतकाल में सुविधानुसार दो सप्ताह में एक बार तो करना ही चाहिए। इसके छ:-सात बार के प्रयोग के बाद आपको अपने रंग में अंतर जान पड़ेगा। लगातार साबुन की जगह उबटन लगाकर स्नान करने से त्वचा में निखर आता है और वर्ण उज्ज्वल होता है।
3. उबटन करते समय गर्दन को न भूलें।
4. उबटन भौहों, पलको एवं होठों पर न लगाएं।
5. बेसन घर का पिसा हुआ बढ़िया रहता है। बेसन से बढ़कर उत्तम कोई आने चीज नहीं है। केवल बेसन को ही पानी में घोलकर लेप कर लें और पंद्रह मिनट बाद धो डालें। इससे चेहरे का चिपचिपापन दूर होगा। चेहरा खिल उठेगा।
6. उबटन उतारते समय इस बात का ध्यान रखे की हथेलियों को ऊपर से निचे की दिशा में न चलाएं अन्यथा चमड़ी ढीली पड़ सकती है। झुर्रियों से बचने के लिए मालिश हमेशा धीरे-धीरे निचे से ऊपर की तरफ, ललाट पर ऊपर की और, गाल पर निचे से कनपटी की तरफ और नाक से कान की तरफ, ठोड़ी पर बायीं एवं दांयी दिशा में तथा झुर्रियों के विपरीत दिशा में हथेलिओं को ले जाते हुए करें।