आयुर्वेद के नियम जो आपके शरीर को हर प्रकार की बीमारीयों से बचाएं
आयुर्वेद के नियम आयुर्वेद में भोजन और दैनिक जीवन में खान-पान को लेकर बहुत से ऐसे नियम है, अगर हम उनको अपने जीवन में उपयोग करे तो कभी भी बुढ़ापा आप के जीवन में नहीं आएगा, और शरीर भी स्वस्थ रहेगा। आज के इस भाग दौड़ भरे जीवन में इंसान स्वास्थ्य और भोजन के प्रति ज्यादा जागरूक नहीं है। अगर हम आयुर्वेद द्वारा बताए गए कुछ नियमो का पालन करें तो जीवन में कभी भी बुढ़ापे का सामना नहीं करना पड़ेगा
पहला
इसी प्रकार से कुछ लोगों को खाना खाने के तुरंत बाद चाय अथवा कॉफी पीने की आदत होती हैं। भोजन के बाद चाय कॉफी पीने सेे पेट में एसिडिटी बढ़ती है और खाना हजम होने में दिक्कत आती है।
दूसरा
साथ ही यह भी याद रखें की भोजन करने के तुरंत बाद कोई भी फल नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से एसिडिटी बढ़ जाती है और गैस की शिकायत हो सकती हैं।
तीसरा
सबसे मुख्य बात और सबसे अधिक खतरनाक यह आदत है की भोजन करने के बाद धूम्रपान करना। अगर आप खाना खाने के बाद धूम्रपान करते हैं तो यह एक सिगरेट का असर दस गुना बढ़ जाता है। साथ ही कैंसर होने का खतरा भी 50 फीसदी से अधिक हो जाता है।
चौथा
कुछ लोगों को खाना खाने के बाद नहाने की आदत होती हैं। खाने के तुरंत बाद नहाने के कारण रक्त का प्रवाह पेट की जगह हात और पैर की तरफ अधिक बढ़ जाता हैं। इस कारण पाचन शक्ति कमजोर हो जाती हैं।
पांचवां
चिकनाई वाले खाद्य पदार्थ, तले खाद्य पदार्थ, मक्खन, मेवा तथा मिठाई खाने के तुरंत बाद पानी पीने से खांसी हो जाने की संभावना होती है जबकि गरम खाना, खीरा, ककड़ी तरबूज, खरबूजा, मूली व मकई खाने के तुरंत बाद पानी पीने से जुकाम हो जाने की संभावना होती है।
छठा
अक्सर यह देखा गया है कि, आजकल खाने के तुरंत बाद फ्रिज का ठंडा पानी या शीतल पेय पीने का प्रचलन है। भोजन के तुरंत बाद पानी या शीतल पेय पीना पेट की कई बीमारियों को जन्म देता है। इससे जाठराग्नि शांत हो जाती है और आहार का पाचन ठीक से नहीं होता हैं। ठंडा पानी पीने की जगह आप खाना खाते समय थोड़ा-थोड़ा साधारण तापमान का पानी ले सकते हैं। खाना खाते समय हल्का गुनगुना पानी पीना सेहत के लिहाज से सबसे बेहतर हैं।
सातवाँ
भोजन करने के तुरंत बाद सोना नहीं चाहिए। खाने के बाद तुरंत सोने से खाना ऊपर की और आने से एसिडिटी बढ़ती हैं और पाचन ठीक से नहीं होता हैं।
आठवाँ
दोपहर को खाना खाने के बाद भी 20 मिनट के लिए बाईं और लेट सकते हैं और अगर शरीर मे आलस्य ज्यादा है तो भी आधे घंटे से ज्यादा न सोएं। वहीं रात को खाना खाने के बाद बाहर सैर करने जाएं (कम से कम 500 कदम ) और रात को खाना खाने के कम से कम 2 घंटे बाद ही सोएं।