नारू (नहरुआ ) रोग की चिकित्सा के लिए उपयोगी नुस्खे -लाभ ले .
नारू रोग को स्नायुक ,नारू ,नहरुआ आदि नामों से जाना जाता है .नहरुआ एक प्रकार का कीड़ा है ,इसके बारीक़
बारीक़ अंडे दूषित जल में रहते है .इस दूषितं पानी पिने से व्यक्ति को यह रोग होता है .यह कीटाणु त्वचा भेद
कर जब बाहर निकालना चाहता है उस समय उस स्थान पर सुजन आ जाती है तथा वहा एक सफेद तन्तु -सा
बाहर निकल आता है .इसे यदि बाहर निकालना हो ,तो बड़े आराम से निकालें .यदि यह बिच में टूट गया तो
ज्यादा उपद्रव करता है तथा रोगी को काफी कष्ट देता है .
1 .- नारू –
विधि —- जंगली कबूतर की बिंट लेकर उसे खरल में पिस थोडा -सा पानी डाल बेर की बराबर गोलिया बनाकर
दिन में एक बार दो गोली ताजा पानी के साथ 3 दिनों तक दे
2 .- बाल तोड़ –
विधि —- शुद्ध फिटकरी 4 रती ,नोसादर 4 रती =एक मात्रा .दिन में 2 बार थोड़े से पानी के साथ दे .
6-7 दिनों में नारू खत्म हो जायेगा
3 .- नारू –
विधि —- कच्ची हल्दी 10 ग्राम लेकर छिल कर देशी घी में पका ले पूरी तरह पक जाने पर कूट ले .
तथा 1 कप कोसे दूध के साथ खाली पेट फांक ले .यह एक मात्रा है .इस मात्रा में दवा 7 दिनों तक ले .
4.- नारू –
विधि —- रीठे का छिलका लेकर कूट -पिस कर रख ले .अब लगाने से पहले 15 -20 ग्राम यह पाउडर
लेकर गाय के मूत्र के साथ सिलबट्टे पर पिस ले जब लेप बन जाये तब कपड़े के टुकड़े पर लगाकर नारू
वाले के स्थान पर रुई लगाकर पट्टी बांध दे .इसे 3-4 दिन तक बंधा रहने दे .ठीक होने तक पानी नही पड़ने दे .