शिमला मिर्च के अदभुत फायदे
शिमला मिर्च में स्वास्थय के ढेरो गुण समाये हुए हैं। ये जानने के बाद आप शिमला मिर्च को मना नहीं कर सकेंगे। रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के साथ साथ ये कैंसर तक लड़ने में भी सहयोगी हैं। आइये जाने इसके फायदे।
आधुनिक शोधों के अनुसार शिमला मिर्च में बीटा केरोटीन, ल्युटीन और जिएक्सेन्थिन और विटामिन सी जैसे महत्वपूर्ण रसायन पाए जाते हैं। शिमला मिर्च के लगातार सेवन से शरीर बीटा केरोटीन को रेटिनोल में परिवर्तित कर देता है, रेटिनोल वास्तव में विटामिन ए का ही एक रूप है। इन सभी रसायनों के संयुक्त प्रभाव से हॄदय की समस्याओं, ओस्टियोआर्थरायटिस, ब्रोंकायटिस, अस्थमा जैसी समस्याओं में जबरदस्त फायदा होता है।
शरीर का मटैबलिज़म बढाए
यह शरीर में समाए ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करती है, जिससे कैलोरी को बर्न करने में मदद मिलती है।
एंटीऑक्सीडेंट
शरीर में फ्री रैडिकल्स होने के नाते हमारी खून की नसे क्षतिकग्रस्त होती रहती है। शिमला मिर्च में विटामिन ए और सी होता है जो कि बहुत ही पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर को हार्ट अटैक, ओस्टीपुरोसिस, अस्थमा और मोतियाबिंद से लड़ने में सहायता करता है।
कैंसर से बचाए
यह डीएनए को कार्सिनोजेन के साथ बंधने से छुड़ाता है। यह कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करती है।
दर्द निवारक
इसमें एक तत्व पाया जाता है, जो कि माना जाता है कि वह दर्द को त्वचा से स्पाइनल कॉर्ड तक जाने से रोक देती है। इसे प्रभावशाली तरीके से दाद, नसों के दर्द के इलाज आदि में प्रयोग किया जा सकता है। जो लोग अक्सर शिमला मिर्च का सेवन करते हैं उन्हें कमर दर्द, सायटिका और जोड दर्द जैसी समस्याएं कम होती है। शिमला मिर्च में पाया जाने वाला प्रमुख रसायन केप्सायसिन दर्द निवारक माना जाता है।
शक्ति बढाए
इसमें विटामिन सी होता है इसलिये यह वाइट सेल को इंफेक्शन से लड़ने में उत्तेजित करती है। इससे इम्मूयन सिस्टम मजबूत होता है। साथ ही शिमला मिर्च सास संबन्धि समस्याएं जैसे फेफड़े का इंफेक्शन, अस्थमा आदि से बचाव करती है।
पाचन तंत्र मजबूत बनाएं
इसमें पाचन सम्बंधित समस्याओं को दूर करने के कई गुण होते है। इसे खाने से पाचन क्रिया दुरूस्त हो जाती है और पेट में दर्द, गैस, कब्ज आदि की समस्याएं दूर हो जाती है। इसके सेवन से पेट में होने वाले छालों की समस्या भी दूर हो सकती है।
डायबिटीज में राहत।
शिमला मिर्च के सेवन से डायबिटीज में राहत मिलती है और शरीर में ब्लड़ सुगर का स्तर भी सही रहता है। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है जिससे शरीर में ज्यादा कैलोरी का संचय नहीं होता है। इसके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा नहीं होती है।
गठिया में राहत।
शिमला मिर्च का प्रमुख तत्व केयेन्ने होता है जो शरीर में दर्द के प्रभाव को घटाने का काम करता है। इसके सेवन से गठिया की समस्या से भी राहत मिलती है। पेनकिलर ट्यूब या जेल में भी यही तत्व पड़ा होता है, जिसे लगाते ही दर्द छूमंतर हो जाता है।
दिल की सेहत के लिए अच्छी
इसमें दिल को दुरूस्त रखने वाले कई गुण होते हैं। इसके सेवन से ह्दय की धमनियां भी बंद नहीं होती है क्योंकि इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत कम होती है।
उच्च रक्त चाप
डाँग- गुजरात के हर्बल जानकार शिमला मिर्च को उच्च रक्त चाप (हाई ब्लड प्रेशर) को कम करने के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं। इनके अनुसार सब्जी के तौर पर शिमला मिर्च का ज्यादा से ज्यादा सेवन बडा कारगर होता है।
कोलेस्ट्राल
शिमला मिर्च को कोलेस्ट्राल कम करने के अति उत्तम मानते हैं। आधुनिक शोधों से ज्ञात होता है कि शिमला मिर्च शरीर की मेटाबोलिक क्रियाओं को सुनियोजित करके ट्रायग्लिसेराईड को कम करने में मदद करती है।
त्वचा में कसाव बना रहता है
विटामिन सी से भरपूर होने के कारण इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होता है। इसके सेवन से त्वचा में कसाव बना रहता है, सभी अंग अच्छी तरह कार्य करते है और हड्डियां मजबूत रहती हैं।
चर्बी घटाए
शिमला मिर्च में कैलोरी बहुत कम होती है। इसमें वसा को घटाने की शक्ति होती है और इसके सेवन से उपापचय दुरूस्त रहता है और शरीर से टॉक्सिन निकलने की प्रक्रिया होती है। आप इसे सब्जी,सूप या सलाद के रूप में आसानी से खा सकते हैं।
शारीरिक तनाव और डिप्रेशन
शिमला मिर्च में एक प्रमुख रसायन के तौर पर लायकोपिन भी पाया जाता है जिसे माना जाता है कि यह शारीरिक तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए बडा कारगर होता है।
मे पिछले 10वर्षो से बन्द नाक से पीड़ित हूँ कुछ स्थाई इलाज बताए