बहुत लोगों को मिर्गी के दौरे पड़ते हैं , जिससे ज़िंदगी नरक जैसी बन जाती है | यह दवाई मैंने बहुत लोगों को बना कर दी और सभी ठीक हुये हैं | इसे बहुत बार आजमा चुके हैं | आप भी किसी को बना के दें जिससे आप उस की ज़िंदगी सेफ कर सकते हैं | आप सभी से मेरा निवेदन है, इन औषधियों को बेचें नहीं, सिर्फ लोक कल्याण की भावना से दें |
100 ग्राम सौंफ मीठी ।
50 ग्राम भूरी मिर्च ।
सौंफ को अच्छी तरह पीस लें या कूट लें और पाउडर की तरह कर लीजिये, इसे महीन पीसना है और कपड़ छान कर लें | अब भूरी मिर्च को अलग से पीस लें | इसे भी महीन पीसें | अब पुठ कंडा जिसे चिरचिटा या अपामार्ग भी कहते हैं इसका हरा पौधा लें | उसे कूट कर किसी कपड़े की मदद से उसका रस निकाल लें | यह रस पीसी हुई सौंफ और भूरी मिर्च में मिला कर अच्छी तरह से मिक्स करें या किसी खरल में डालकर अच्छे से खरल करें | जब यह खुश्क सी हो जाए तो उसकी जंगली बेर के समान (छोटे लाल बेर) गोलियाँ बना लें | यह गोली पानी के साथ दो वक़्त दें | एक बार 2 गोली से ज्यादा नहीं देनी | एक से शुरू करें |
रोगी को अग्नि से, पानी से, शीशे से और अधिक शोर शराबे से दूर रखने का प्रयत्न करें | कुछ ही दिन में मिर्गी के दौरे ठीक होने लगते हैं |
नीचे इन तीनो औषधियों की फोटो दे रखी है.
यह जानकारी हमने एक अन्य वेबसाइट से ली है, आप लेखक के बारे में या इस योग के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इस ईमेल से संपर्क कर सकते हैं. [email protected]
चिरचिटा अर्थात अपामार्ग की अधिक जानकारी आप यहाँ से पढ़ सकते हैं.
नोट – भूरी मिर्च काली मिर्च की तरह होती है बस इसका रंग भूरा होता है. और जंगली बेर छोटे छोटे लाल बेर होते हैं. इस बनी हुई दवा की गोलियां जंगली बेर के आकर के समान बनानी है. जंगली बेर मोटा वाला बेर होता है।