क्या आप अनिद्रा के शिकार हैं। Insomnia
अनिद्रा एक ऐसा रोग हैं जो पूरी दिन चर्या को अस्त व्यस्त कर देता हैं। आज कल की भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में लोगो के पास काम भले कम हो मगर टेंशन चिंता इतनी की सुख, चैन, निद्रा सब समाप्त। और इन्ही कारणों के चलते व्यक्ति अनिद्रा का शिकार हो जाते हैं। और अनिद्रा के कारण पूरा दिन एनर्जी नहीं रहती काम करने की। ऐसे में आप कुछ घरेलु नुस्खे अपना कर अनिद्रा से छुटकारा पा सकते हैं।
रात को कुछ देर ध्यान करे, और अपने इष्ट को याद कर के सोये। रात को सोते समय दोनों नाको में 5-5 बूंदे बादाम रोग़न या देसी गाय के घी की डालिये। 5 मिनट तक अनुलोम विलोम करना सबसे बेस्ट हैं। और रात में सोते समय दिशा का ध्यान ज़रूर रखे, सिर को पूर्व या दक्षिण दिशा में करके ही सोये। इसके लिए आप हमारी दिशाओ का वैज्ञानिक पहलु ज़रूर पढ़ना। इनके साथ में आप ये निम्न घरेलु नुस्खे कीजिये। आपको बहुत आराम आएगा।
1. कोकम को चटनी की तरह पीसकर पानी मिलाकर छान ले। इसमें शरबत मिलाकर शरबत बनाइए। यह शरबत पीना से अनिद्र रोग नाश होता है। इसका सेवन कम से कम पंद्रह दिन तक अवश्य करना चाहिए।
2. एक सेर पानी को अच्छी तरह उबाल ले, फिर उसे नीचे उतार कर उसमें पांच तोला कद्दूकस किया हुआ प्याजा डालकर 5-10 मिनट रहने दे। ठंडा होने पर छान ले। यह पानी एक चम्मच के मात्रा में लेकर उसमें पांच बूंद शहद मिलाकर बच्चो को पिलाने से व गहरी नींद सोते है।
3. पीपरामूल का चूर्ण बनाकर रख लें। प्रतिदिन सोने से पहले आधा चम्मच चूर्ण गुड़ मिलाकर खाए और ऊपर से गर्म दूघ पीकर सो जाए इससे अच्छी नींद आती है और सुबह उठने पर मन प्रसन्न रहता है।
4. चार जायफल लेकर उसका चूर्ण बनाकर सोलह पुड़िया बना लें। प्रतिदिन सोने से पूर्व पुड़िया पानी के साथ लें। इससे अनिंद्रा रोग शमन होता है और अच्छी नींद आती है।
5. एक अच्छा और पका कुम्हड़ा(कद्दू) लेकर उसका छिलका निकाल दे। इसके बाद उसे काटकर उसका बीज और गूदा निकाल दे। फिर कुम्हड़ा के एक -एक या दो रुपये के सिक्के जितने कतरे बनाकर उन्हे पानी में उबालें ज़रा नरम पड़ने पर उन्हे उतार कर कपड़े पर डालकर पानी निकाल दे। उबले हुए कतरो को दुगुनी शक्कर की चाशनी बनाकर उसमें डाल दे। इसमें केसर और इलाइची दाने इच्छानुसार डाले जा सकते है। इस मुरब्बे का नियमित सेवन करने से अनिद्र रोग नाश होता है और अच्छी नीद आती है।
6. प्याज में मसाले भरकर उसका अचार बनाए। यह अचार इतना हो की ज्यादा से ज्यादा पंद्रह दिन तक सेवन किया जा सके। हर पंद्रह दिनों में ताज़ा अचार बनाए। यह अचार खाने से अच्छी नींद आती है। साथ ही इससे थकावट दूर होती है। खाने में रूचि बढ़ती है और दस्त भी साफ़ होता है।
[Must. Read. दिशाओ का वैज्ञानिक पहलु और स्वास्थ्य प्रभाव। ]
SAB LOG KHUS RAHE BS YE HE DUA HAI