Sunday , 10 November 2024
Home » Health » पेट के रोग » पेट के रोग में अमृत – अजवायन और अमृत धारा।

पेट के रोग में अमृत – अजवायन और अमृत धारा।

पेट के रोग में अमृत – अजवायन और अमृत धारा।

amrit dhara ke fayde, Amrit dhara

पेट के रोग में अमृत हैं अजवायन और अमृत धारा। पेट फूलना, पेट दर्द, बदहज़मी, अजीर्ण, अरुचि, मंदाग्नि, जैसे अनेक रोगो के लिए ये रामबाण हैं। आइये जाने कैसे करे इनका सेवन।

अजवायन – ajwayan ke fayde

अजवायन का चूर्ण छ: भाग और काला नमक ( पिसा हुआ ) एक भाग लेकर मिला ले। इसमें से दो ग्राम ( आधा चम्मच ) गर्म जल से लेने से पेट के दर्द में तुरंत आराम होता है। बच्चो को आधी मात्रा में दे। इससे अफारा, वायु और पेट की गैस भी मिटती है।

अजवायन की विशेषता। ajwayan ki visheshta

1. साधारण जल से इसे खाने से बदहजमी, अरुचि व् मंदाग्नि मिटती है।

2. गुनगुने पानी के साथ केवल अजवायन का चूर्ण खाने से बदहजमी, खांसी, पेट का तनाव, गुल्म (ट्यूमर), तिल्ली, कफ की खराबी, कफ और वायु की बहुत प्रकार की खराबियां दूर होती है। पेट के छोटे- बड़े केंचुए नष्ट हो जाते है। इन सब शिकायतों में आवश्यकता अनुसार सप्ताह- दो सप्ताह तक ले।

3. अकेली अजवायन में चिरायते का कटुपोष्टिक, हींग का वायुनाशक और काली मिर्च का अग्निदीपक गुण समाया हुआ है। “एक यवानी शतमन्नपाचिका” अर्थात अकेली अजवायन सैकड़ो प्रकार के अन्न को पचाने वाली होती है। पेट दर्द, अफारा, वायुगोला, कफ, वात, शूल, वमन, कृमि, बवासीर, व् संक्रमण रोगो में यह बहुत ही लाभकारी है।

पेट दर्द के लिए अमृत धारा भी अच्छा विकल्प हैं। आइये जाने।

amrit dhara se pet ke rogo ka ilaj

1. अमृतधारा की दो-तीन बुँदे बताशे या खांड या पानी में डालकर लेने से पेट दर्द मिटता है। यदि एक बार में न मिटे तो आधा घंटे बाद फिर एक ऐसी खुराक लेने से आराम हो जाता है।

2. तीन चम्मच ठंडे पानी में दो-तीन बुँदे अमृतधारा, सुबह शाम भोजन के बाद लेने से दस्त, आंव के दस्त, मरोड़, पेचिस, अतिसार, हैजा, खट्टी डकार, तेज प्यास, अधिक प्यास, पेट फूलना, पेट दर्द, खाना खाते ही उलटी या दस्त होना, मंदाग्नि, बादी, बदहजमी, आदि रोग मिटते है।

कैंसर रोगियों के लिए बड़ी खबर – हर स्टेज का कैंसर हो सकता है सही – कैंसर का इलाज

Miracle Roots

वैसे तो अमृत धारा बाजार से बनी बनायी मिल जाती हैं। मगर फिर भी अगर आप घर पर बनाना चाहे तो ये बिलकुल आसान हैं।

अमृतधारा तयार करने की विधि आप यहाँ क्लिक कर के पढ़ सकते हैं।

 

 

13 comments

  1. hiiiiiiii I am nima mehar.

  2. Nice medicine

  3. बचपन में टाइफाइड की गर्म दवा लेने से पेट ने गर्मी रहती थी।मै rentec, ocid लेता रहा।अब मेरी उम्र 43 है।पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द रहता है।2साल से fetti लीवर है।अब लिवर में भी दर्द रहता है।कड़वा थूक मुँह में आता रहता है।मै dailly light drink करता हूँ।व् एकधबार smoking भी करता हूँ।

  4. मेरी उमर ३१साल ह।तथा हाईट ५’७” ह।परंतु वजन ४२किलो ह। मेरावजन नही बढता । कोई बिमारी भी नही है।सभी टैैस्ट नौरमल आते है।मुझे भुख कम लगती हैै।तथा खाणा हजम नही होता ।पेट सही साफ नही होता।दवाईऔं से कोई असर नहीं पडता।
    कृपा कुछ ऐसा बताईऐ जिससे खूब भूख लगे। पेट साफ रहे और खाया पिया लगकर वजन बढे।
    धन्यवाद

  5. Sir day main 3.4 time toilet chla ja rhu ki madcin dso

  6. Vajan bdane kliye kya karna chahiye

  7. sir m aapse request karta hu meri age 25 hai lekin m abhi bhi bahit patla hu koe dawa bataeye jisase m thoda fitt ho jaau..please sir….

  8. mujhe harniya k hai upay bataye khana khane par ulti tipe ki hoti hai

  9. shailendra srivastava

    हशैलेन्द्र श्रीवास्तव हमे दिन भर घुटन होता रहता है माथा भारी रहता है ढकार या जम्हाइ या पानी पी लेते है तो आराम हो जाता है इसके वजह से बहुत कमजोरी लगता है काम करने का मन नही करता बहुत md dm डाक्टर को दिखाया इन्डो इसकोपी अल्टासाउन्ड सिने का सीटी इसकीन इ सी जी बहुत कुछ टेस्ट कराया सब नारमल है कृपया इसका उपाय बताऐ और हमे क्या समस्या है ऐ भी  बताऐ
    आपका आभारी रहूगा

  10. Mera stomach khana khate hi kharab ho jata h latrin Jana padta h

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

DMCA.com Protection Status